वे तीसरी बार क्या लेने आए हैं

वे पहली बार आये
उन्होंने काट दिए सारे पेड़
और छोड़ गए जलता हुआ गांव
जस का तस

वे दूसरी बार आये
उन्होंने छीन लिए
बच्चों के झूले की 'रस्सी' और 'पीढ़े'
ये कहकर कि
तैयार करेंगे 'फांसी के फंदे'
और युद्ध की 'बंदूकें'

वे तीसरी बार फिर आये हैं
मैं सोचता हूँ
इस निर्जन में
वे तीसरी बार क्या लेने आए हैं...

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